अपनी विशिष्टता का आनंद लें और दूसरों के काम आएं हममें से प्रत्येक व्यक्ति अपने आप में अलग है, विशिष्ट है। मैं जो भी हूं सिर्फ अपने जीवन की परिस्थितियों और अपने उन प्रयासों के कारण हूं जो मैंने ऐसा बनने की प्रक्रिया में किए हैं। आपको अपनी इस विशिष्टता का आनन्द लेना चाहिए, उसके लिए खुशी मनानी चाहिए। आपको कभी भी वैसा दिखने की कोशिश नहीं करनी चाहिए, जो आप नहीं हैं या आपको किसी अन्य व्यक्ति की तरह होने का दिखावा नहीं करना चाहिए। आप औरों से भिन्न होने के लिए ही पैदा हुए हैं। आप केवल 'आप' बनने के लिए ही हैं। समूची दुनिया में कहीं भी और कभी भी ही विचार नहीं आ रहे होंगे, जैसे अभी आपको आ रहे हैं और न ही किसी व्यक्ति की स्थितियां वैसी होंगी, जैसी आपके जीवन की हैं। कोई भी व्यक्ति वैसा हंसमुख, प्रसन्नचित्त और खुशी नहीं हो सकता, जैसे कि आप हैं। इसलिए अपनी विशिष्टताएं दूसरों के साथ साझा करें। यदि आपका अस्तित्व समाप्त हो जाता है, तो इस सृष्टि में एक छिद्र रह जाएगा, इतिहास में एक खालीपन रह जाएगा, मानव जाति की उत्पत्ति के लिए बनाई गई योजना में किसी चीज का अभाव रह जाएगा। इसलिए, अपनी विशिष्टता को संजो कर रखें। यह एक ऐसा उपहार है जो प्रकृति ने केवल आपको दिया है। दूसरों के काम आएं। अपने जीवन को जितना विस्तार दे सकें, दे डालें।